शनिवार, 15 अक्टूबर 2022

Employees' Provident Fund Organisation (EPFO) से online पैसे निकालने का सबसे आसान तरीका

Online Epf का पैसे निकाले घर बैठे

 दोस्तो अगर आप India से है और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Epf) से पैसे आसानी से घर बैठे निकालना चाहते है तो यह post आपके लिए बहुत ही important होने वाली है बस इस post आप अंत तक बने रहे l 

                     दोस्तो सबसे पहले आपको बताना चाहूगा कि -

 Epf withdrawal के लिए कितने तरह के Form होते हैं 

Epf withdrawal के लिए 3 तरह के Form होते है
  1. Form 19 - ये form full and final settlement के लिए होता है , इस form से पैसे निकालने के लिए आपके UAN की service history में Exit date का होना बहुत ही जरूरी है इसके बिना आप ये form fill नही कर सकते है l                                                                                                                                                                                             
  2. Form  10 C - ये form आपके universal Account Number ( UAN ) में pension के पैसे को निकालने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, इसमें भी आपके UAN की service history में Exit date का होना बहुत ही जरूरी है इसके बिना आप ये form fill नही कर सकते है l             
  3. Form 31 - ये form आपके Epf से Advance payment निकालने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, इस form की खास बात यह है की इसमें पहले वाले form की तरह Exit date का होना बिलकुल भी जरूरी नहीं है आप बिना किसी परेशानी के payment ले सकते है लेकिन हां इसमें भी form को fill करते time कुछ option का slection करना होता है l
ये तो थी form के बारे में जानकारी जिसको select करके आप पैसे निकाल सकते है अब मैं आपको बताऊंगा  कि कैसे आप EPF का आवेदन online कर सकते हैं, इसकी process बहुत आसान है।
इसके लिए बस आपको mobile या computer जिसमे आपको अच्छा लगे उससे आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और पीएफ ऑनलाइन निकाल सकते हैं।यदि आप अभी मेरे द्वारा बताए गए step का पालन करते हैं तो 
Step 1.
सबसे पहले इस वेबसाइट www.epfindia.gov.inपर जाएं, उसके बाद अपना UAN Number और पासवर्ड और कैप्चा कोड डाल कर Sign in करे ठीक वैसे ही जैसे नीचे में दिखाया गया है l







    

Step 2.

Sign in करने के बाद, आपको ACCOUNT KYC CHECK करनी चाहिए, CHECK कर लें कि आपका AADHAR NUMBER, UAN खाते से सही तरीके से जुड़ा हुआ है या नहीं यदि AADHAR KYC पूरा नहीं हुआ है तो उसे पूरा करें जैसे नीचे दिखाया गया है l








Step 3.

UAN खाते में प्रवेश करने के बाद, आपको “Online Services” OPTION पर CLICK करना होगा, फिर “Claim (Form 31,19 & 10A)” पर CLICK करें l




Step 4.

अब यहाँ पर आपको आपके UAN Member Details होगी जिसमे आपको खुद को verify करने के लिए Bank Account Number के Last 4 Digit टाइप करके verify करना होगा, याद रहे यह वही Account Number होना चाहिए जिसे आपने पहले Add किया है l





Step 5.

अब आपकी Screen  पर एक Notice आएगा , जिसमे आपसे पूछा जायेगा की आपके द्धारा जो Bank Account Number दिया गया है  उस पर ही  EPFO Withdraw को claim  कर रहे है तो “Yes!” पर Click करे l

Step 6.

उसके बाद आपको “Proceed For Online Claim "  पर क्लिक करना होगा l

और आपके AADHAR NUMBER में registered Mobile number पर OTP आएगा जिसे डालने के बाद आप Next Step में चले जाएंगे l

Step 7.

अब “I Want To Apply For” के सामने नीचे दिए option में से select  करे यह अलग-अलग स्थिति में select  किया जाता है जिसे मैने Post के पहले ही आपको बताया है जो इस प्रकार है -

  • Form 31 – Advance payment
  • Form 19 – Form full and final settlement 
  • Form 10C –Pension







यह सब करने के बाद आपको Aadhaar Number से OTP (One Time Password) Verification करके इस Process को Complete करना है और इस तरह से आप EPF Online निकाल सकते online EPF निकलने का यह तरीका बहुत आसान है अगर आप सही से मेरे बताये गए Step को Follow करते है तो आसानी से आपने बैंक अकाउंट में EPF  के पैसे Transfer कर सकते है।


दोस्तो इसके अलावा भी यदि आपको  EPF WITHDRAWAL में किसी भी तरह की कोई problem आती है तो आप मुझे Comment लिख सकते है या फिर email में contact कर सकते है  



धन्यवाद मित्रो 


सोमवार, 2 मई 2022

जीवन को प्रभावित करने वाले गौतम बुद्ध के द्वारा कहे हुए कुछ अनमोल वचन

 1. कोई भी व्यक्ति बहुत ज्यादा बोलते रहने से कुछ नहीं सीख पाता, समझदार व्यक्ति वही कहलाता है जोकि धीरज रखने वाला, क्रोधित न होने वाला और निडर होता है 

2. आप अपने गुस्से के लिए दंडित नहीं हुए, आप अपने गुस्से के द्वारा दंडित हुए हो।

3. वह जो पचास लोगों से प्रेम करता है उसके पचास संकट हैं, वो जो किसी से प्रेम नहीं करता उसके एक भी संकट नहीं है.

4. बिना सेहत के जीवन जीवन नहीं है; बस पीड़ा की एक स्थिति है- मौत की छवि है l

5. अतीत में ध्यान केन्द्रित नहीं करना, ना ही भविष्य के लिए सपना देखना, बल्कि अपने दिमाग को वर्तमान क्षण में केंद्रित करना।

6. इस पूरी दुनिया में इतना अन्धकार नहीं है कि वो एक छोटी सी मोमबत्ती का प्रकाश बुझा सके.

7. पानी से सीखो: नदी शोर मचाती है लेकिन महासागरों की गहराई शांत रहती है.

8. अगर व्यक्ति से कोई गलती हो जाती है, तो कोशिश करें कि उसे दोहराएं नहीं। उसमें आनन्द ढूंढने की कोशिश न करें, क्योंकि बुराई में डूबे रहना दुःख को न्योता देता है।

9. जिस तरह से लापरवाह रहने पर, घास जैसी नरम चीज की धार भी हाथ को घायल कर सकती है, उसी तरह से धर्म के असली स्वरूप को पहचानने में हुई गलती आपको नरक के दरवाजे पर पहुंचा सकती है।

10. जूनून जैसी कोई आग नहीं है, नफरत जैसा कोई दरिंदा नहीं है, मूर्खता जैसी कोई जाल नहीं है, लालच जैसी कोई धार नहीं है.

11. यदि आप पर्याप्त शांत हैं, तो आपको ब्रह्मांड का प्रवाह सुनाई देगा. आप उसकी ताल महसूस कर पायेंगे. इस प्रवाह के साथ आगे बढिए. आगे प्रसन्नता है. ध्यान महत्त्वपूर्ण है.

12. क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकडे रहने के सामान है, इसमें आप ही जलते हैं।

13. क्रोध को बिना क्रोधित हुए जीतो; बुराई को अच्छाई से जीतो; कंजूसी को दरियादिली से जीतो, और असत्य बोलने वाले को सत्य बोलकर जीतो.

14. किसी जंगली जानवर की अपेक्षा एक कपटी और दुष्ट मित्र से अधिक डरना चाहिए, क्योंकि जानवर तो बस आपके शरीर को नुक्सान पहुंचा सकता है, पर एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को नुक्सान पहुंचा सकता है।

15. जीवन में एकमात्र वास्तविक असफलता आप जो सर्वश्रेष्ठ जानते हैं उसके प्रति सच्चे ना होना है.

16. हमें हमारे सिवा कोई और नहीं बचाता. न कोई बचा सकता है और न कोई ऐसा करने का प्रयास करे. हमें खुद ही इस मार्ग पर चलना होगा.

17. जब आपको पता चलेगा कि सबकुछ कितना सही है तब आप अपना सर पीछे झुकायेंगे और आकाश की और देखकर मुस्कुराएंगे.

18. अगर थोड़े से आराम को छोड़ने से व्यक्ति एक बड़ी खुशी को देख पाता है, तो एक समझदार व्यक्ति को चाहिए कि वह थोड़े से आराम को छोड़कर बड़ी खुशी को हासिल करे।

19. अगर आप वास्तव में स्वयं से प्रेम करते हैं, तो आप कभी भी किसी को ठेस नहीं पहुंचा सकते.

20. भूत पहले ही बीत चुका है, भविष्य अभी तक आया नहीं है. तुम्हारे लिए जीने के लिए बस एक ही क्षण है.

21. कष्ट की जड़ आसक्ति है.

22. तुम अपने क्रोध के लिए दंड नहीं पाओगे, तुम अपने क्रोध के द्वारा दंड पाओगे.

23. अंत में ये चीजें सबसे अधिक मायने रखती हैं: आपने कितने अच्छे से प्रेम किया? आपने कितनी पूर्णता के साथ जीवन जिया? आपने कितनी गहराई से अपनी कुंठाओं को जाने दिया.

24. जो व्यक्ति, क्रोधित होने पर अपने गुस्से को संभाल सकता है वह उस कुशल ड्राईवर की तरह है जोकि एक तेजी से भागती हुई गाडी को संभाल लेता है और जो ऐसा नहीं कर पाते, वे केवल अपनी सीट पर बैठे हुए दुर्घटना की प्रतीक्षा करते रहते हैं।

25. अगर किसी के विचार गंदे हैं, अगर वह लापरवाह है और धोखे से भरा हुआ है, तो वह पीले वस्त्र कैसे धारण कर सकता है? जो कोई भी अपनी प्रकृति का स्वामी है, उज्ज्वल, स्पष्ट और सत्य है, वह वास्तव में पीले वस्त्र धारण कर सकता है.

26. अपना ह्रदय अच्छी चीजें करने में लगाओ. इसे बार-बार करो और तुम प्रसन्नता से भर जाओगे.

27. पवित्रता या अपवित्रता अपने आप पर निर्भर करती है, कोई भी दूसरे को पवित्र नहीं कर सकता.

28. व्यक्ति खुद ही अपना सबसे बड़ा रक्षक हो सकता है; और कौन उसकी रक्षा कर सकता है? अगर आपका खुद पर पूरा नियंत्रण है, तो आपको वह क्षमता हासिल होगी, जिसे बहुत ही कम लोग हासिल कर पाते हैं।

29. क्रोध कभी नहीं जाएगा जब तक कि क्रोध के विचारों को मन में रखा जाएगा. जैसे ही क्रोध के विचारों को भुला दिया जाएगा वैसे ही क्रोध गायब हो जाएगा. 

30. इर्ष्या और नफरत की आग में जलते हुए इस संसार में खुशी और हंसी स्थाई नहीं हो सकती। अगर आप अँधेरे में डूबे हुए हैं, तो आप रौशनी की तलाश क्यों नहीं करते।

31. प्रसन्नता का कोई मार्ग नहीं है: प्रसन्नता ही मार्ग है.

32. एक मूर्ख व्यक्ति एक समझदार व्यक्ति के साथ रहकर भी अपने पूरे जीवन में सच को उसी तरह से नहीं देख पाता, जिस तरह से एक चम्मच, सूप के स्वाद का आनंद नहीं ले पाता है।

33. हजार लड़ाई जीतने से अच्छा है अपने आप को जीतना। फिर जीत तुम्हारी है, इसे तुमसे कोई नहीं ले सकता न ही स्वर्गदूतों द्वारा न ही राक्षसों द्वारा, न ही स्वर्ग या नरक में।

34. चलिए ऊपर उठें और आभारी रहे, क्योंकि अगर हमने बहुत नहीं तो कुछ तो सीखा, और अगर हमने कुछ भी नहीं सीखा, तो कम से कम हम बीमार तो नहीं पड़े, और अगर हम बीमार पड़े तो कम से कम हम मरे नहीं; इसलिए चलिए हम सभी आभारी रहे.

35. आकाश में पूरब और पश्चिम का कोई भेद नहीं है, लोग अपने मन में भेदभाव को जन्म देते हैं और फिर यह सच है ऐसा विश्वास करने लगते हैं।

36. यदि आपका मुख सही दिशा की ओर है, तो आपको बस कदम बढ़ाते रहना है.

37. अच्छे स्वास्थ्य में शरीर रखना एक कर्तव्य है, अन्यथा हम अपने मन को मजबूत और साफ रखने में सक्षम नहीं हो पाएंगे।

38. जीवन में आपका उद्देश्य अपना उद्देश्य पता करना है और उसमे जी-जान से जुट जाना है.

39. सबकुछ समझने का अर्थ है सबकुछ माफ़ कर देना.

40. एक तेज धार चाकू की तरह जीभ…. बिना खून बहाए मार देती है.

41. सभी बुरे कार्य मन के कारण उत्पन्न होते हैं। अगर मन परिवर्तित हो जाये तो क्या अनैतिक कार्य रह सकते हैं?

42. उसने मेरा अपमान किया, मुझे कष्ट दिया, मुझे लूट लिया, जो व्यक्ति जीवन भर इन्हीं बातों को लेकर शिकायत करते रहते हैं, वे कभी भी चैन से नहीं रह पाते हैं। सुकून से वही व्यक्ति रहते हैं, जो खुद को इन बातों से ऊपर उठा लेते हैं।

43. इस तिहरे सत्य को सभी को सिखाओ: एक उदार दिल, दयालु भाषण, तथा सेवा और करुणा का जीवन, ये वो चीजें हैं जो मानवता को नवीनीकृत करती हैं.

44. अगर देने की ताकत के बारे में आप भी वो जानते जो मैं जानता हूँ तो आप एक बार का भी भोजन किसी तरह से साझा किये बिना नहीं जाने देते. 

45. हर मनुष्य अपनी सेहत या बीमारी का रचयिता है.

46. जो क्रोधित विचारों से मुक्त हैं उन्हें निश्चय ही शांति प्राप्त होगी. 

47. जैसे मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती, मनुष्य भी आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता.

48. ख़ुशी अपने पास बहुत अधिक होने के बारे में नहीं है. ख़ुशी बहुत अधिक देने के बारे में है.

49. सभी प्राणियों के लिए दया-भाव रखें, चाहे वो अमीर हो या गरीब; सबकी अपनी-पानी पीड़ा है. कुछ बहुत अधिक भुगतते हैं, कुछ बहुत कम.

50. यदि समस्या का समाधान किया जा सकता है तो चिंता क्यों करें? यदि समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता तो चिंता करना आपको कोई फायदा नहीं पहुंचाएगा.

51. जो आप सोचते हैं वो आप बन जाते हैं.

52. निश्चित रूप से जो नाराजगी युक्त विचारों से मुक्त रहते हैं, वही जीवन में शांति पाते हैं।

53. सारे गलत काम मन की वजह से होते हैं. यदि मन को बदल दिया जाए तो क्या गलत काम रह सकते हैं?

54. एक जग बूँद-बूँद कर के भरता है.

55. बीते हुए कल को जाने दीजिये, भविष्य को जाने दीजिये, वर्तमान को भी जाने दीजिये, और अपने अस्तित्व की सीमाओं से बाहर झाँक कर देखिये। जब आपका मन पूरी तरह आजाद होता है, तो आप जीवन-मृत्यु को उसके सही स्वरूप में देख पाते हैं।

56. क्रोध को पाले रखना खुद ज़हर पीकर दूसरे के मरने की अपेक्षा करने के समान है.

57. यदि आप दिशा नहीं बदलते हैं तो संभवतः आप वहीँ पहुँच जायेंगे जहाँ आप जा रहे हैं.

58. मैं कभी नहीं देखता कि क्या किया जा चुका है; मैं हमेशा देखता हूँ कि क्या किया जाना बाकी है.

59. अनुशासनहीन मन से अधिक उद्दंड और कुछ नहीं है, और अनुशासित मन से अधिक आज्ञाकारी और कुछ नहीं है.

60. ख़ुशी उन तक कभी नहीं आएगी जो उसकी सराहना नहीं करते जो उनके पास पहले से मौजूद है.

61. एक भिक्षुक जिस किसी भी चीज के पीछे अपने सोच-विचार से लगा रहता है, वही उसकी जागरूकता का झुकाव बन जाता है.

62. सच्चा प्रेम समझ से उत्पन्न होता है.

63. शरीर को अच्छी सेहत में रखना हमारा कर्तव्य है…. नहीं तो हम अपना मन मजबूत और स्पष्ठ नहीं रख पायेंगे.

64. झूठ बोलने से बचना अनिवार्य रूप से पथ्य है.

65. जिस क्षण आप सारी सहायता अस्वीकार कर देते हैं आप मुक्त हो जाते हैं.

66. आप चाहे जितने पवित्र शब्द पढ़ लें, चाहे जितने बोल लें, वे आपका क्या भला करेंगे यदि आप उन पर कार्य नहीं करते हैं?

67. तुम्हारा सबसे बड़ा शत्रु तुम्हे उतना नुक्सान नहीं पहुंचा सकता जितना कि तुम्हारे खुद के बेपरवाह विचार. लेकिन एक बार काबू कर लिया जाए तो कोई तुम्हारी इतनी मदद भी नहीं कर सकता, तुम्हारे माता-पिता भी नहीं.

68. बुराई अवश्य रहना चाहिए, तभी तो अच्छाई इसके ऊपर अपनी पवित्रता साबित कर सकती है।

69. ख़ुशी इसपर निर्भर नहीं करती कि आपके पास क्या है या आप क्या हैं. ये पूरी तरह से इस पर निर्भर करती है कि आप क्या सोचते हैं.

70. एक कुत्ता इसलिए अच्छा नहीं समझा जाता क्योंकि वो अच्छा भौंकता है. एक व्यक्ति इसलिए अच्छा नहीं समझा जाता क्योंकि वो अच्छा बोलता है.

71. जो जगा है उसके लिए रात लम्बी है; जो थका है उसके लिए दूरी लम्बी है, जो मूर्ख सच्चा धर्म नहीं जानता उसके लिए जीवन लम्बा है.

72. तीन चीजें ज्यादा देर तक नहीं छुप सकतीं, सूर्य, चंद्रमा और सत्य.

73. मौत एक विचलित मन वाले व्यक्ति को उसी तरह से बहा कर ले जाती है, जिस तरह से बाढ़ में एक गांव के (नींद में डूबे हुए) लोग बह जाते हैं।

74. जो आप सोचते हैं, वो आप बन जाते हैं. जो आप महसूस करते हैं, उसे आओ आकर्षित करते हैं. जिसकी आप कल्पना करते हैं, उसका आप निर्माण करते हैं.

75. एक मोमबत्ती से हजारों मोमबत्तियां जलाई जा सकती हैं, और उस मोमबत्ती का जीवन घटेगा नहीं. ख़ुशी कभी भी बांटने से घटती नहीं है.

76. इच्छाओं का कभी अंत नहीं होता। अगर आपकी एक इच्छा पूरी होती है, तो दूसरी इच्छा तुरंत जन्म ले लेती है।

77. किसी चीज पर यकीन मत करो, ये मायने नहीं रखता कि आपने उसे कहाँ पढ़ा है, या किसने उसे कहा है, कोई बात नहीं अगर मैंने ये कहा है, जब तक कि वो आपके अपने तर्क और समझ से मेल नही खाती.

78. यदि हम स्पष्ट रूप से एक फूल के चमत्कार को देख सकें, तो हमारा पूरा जीवन बदल जाएगा.

79.शक की आदत सबसे खतरनाक है। शक लोगों को अलग कर देता है। यह दो अच्छे दोस्तों को और किसी भी अच्छे रिश्ते को बरबाद कर देता है।

80.हर सुबह हम पुनः जन्म लेते हैं. हम आज क्या करते हैं यही सबसे अधिक मायने रखता है.

81. चन्द्रमा की तरह, बादलों के पीछे से निकलो! चमको.

82.ये सोचना हास्यास्पद है कि कोई और आपको प्रसन्न या अप्रसन्न कर सकता है.

83. कोई भी व्यक्ति सिर मुंडवाने से, या फिर उसके परिवार से, या फिर एक जाति में जनम लेने से संत नहीं बन जाता; जिस व्यक्ति में सच्चाई और विवेक होता है, वही धन्य है, वही संत है।

84. तुम्हारा शरीर कीमती है. यह हमारे जागृति का साधन है. इसका ध्यान रखो.

85.आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिये. जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती.

86. मैं दुनिया के साथ मतभेद नहीं करता; बल्कि ये दुनिया है जो मेरे साथ मतभेद करती है.

87. आप तब तक उस मार्ग पर नहीं चल सकते जब तक आप खुद वो मार्ग नहीं बन जाते.

88. अपने बराबर या फिर अपने से समझदार व्यक्तियों के साथ सफ़र कीजिये, मूर्खो के साथ सफ़र करने से अच्छा है अकेले सफ़र करना।

89. किसी विवाद में हम जैसे ही क्रोधित होते हैं हम सच का मार्ग छोड़ देते हैं, और अपने लिए प्रयास करने लगते हैं.

90. जिस तरह से एक तीर बेचने वाला अपने तीर को सीधा करता है, उसी तरह से एक समझदार व्यक्ति खुद को साध लेता है।

91. शक की आदत से भयावह कुछ भी नहीं है. शक लोगों को अलग करता है. यह एक ऐसा ज़हर है जो मित्रता ख़त्म करता है और अच्छे रिश्तों को तोड़ता है. यह एक काँटा है जो चोटिल करता है, एक तलवार है जो वध करती है.

92.अपने अहंकार को एक ढीले-ढाले कपड़े की तरह पहनें.

93. आप केवल वही खोते हैं जिससे आप चिपक जाते हैं.

94. एक योजना जिसे विकसित कर क्रियान्वित किया जाता है वो उस योजना से अच्छी है जो बस एक योजना के रूप में ही मौजूद है.

95. जिस तरह से तूफ़ान एक मजबूत पत्थर को हिला नहीं पाता, उसी तरह से महान व्यक्ति, तारीफ़ या आलोचना से प्रभावित नहीं होते।

96. सभी बुराइयों से दूर रहने के लिए, अच्छाई का विकास कीजिए और अपने मन में अच्छे विचार रखिये-बुद्ध आपसे सिर्फ यही कहता है।


बुधवार, 1 अप्रैल 2020

"परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है सीखो और आगे बढ़ो " (Change is the law of nature, learn and move forward)


"परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है सीखो और आगे बढ़ो "
(Change is the law of nature, learn and move forward)

जैसा कि हम सभी ने अपने जीवन में कहीं ना कहीं कभी ना कभी यह पढ़ा या सुना जरूर होगा कि ,"परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है। " यह बात सत्य है और स्वप्रमाणित भी प्रकृति। 
 एक ही है  बस अपने  विभिन्न रूपों में स्थित हैl
 इसे समझा जा सकता है जैसे-
1. मानव प्रकृति ( प्रवृत्ति)
2. राक्षसी या दानवी प्रवत्ति 

वैसे तो यह एक मानसिकता है ,विचार है, सोच है लेकिन है तो प्रकृति के ही रूप।  

वैसे तो पृथ्वी भी खुद एक प्रकृति है एवं इस में स्थित समस्त  जलाशय, वन्य , वातावरण, जलवायु एवं पृथ्वी में स्थित समस्त पदार्थ ( ठोस, द्रव ,गैस ) प्रकृति के अभिन्न अंग हैं।  पिछले कुछ समय से प्राकृतिक संसाधनों के लगातार दोहन (  वन्य संपदा या खनिज आदि का अनियंत्रित उपयोग) से प्रकृति असंतुलित हो रहे हैं और इसके संतुलन हेतु ही  प्रकृति द्वारा समय-समय पर परिवर्तन किए जाते हैं।               
                              आज विश्व  में जो भयावह स्थिति उत्पन्न हो चुकी है।  जिसे  हम एक महामारी ( कोरोना वायरस)  के रूप में जानते है ,वास्तव में प्रकृति अपने आपको संतुलित कर रही है।    निश्चित ही यह एक दुखद घटना है ,लेकिन जैसा कि हम सभी जानते हैं  इस संसार में कुछ भी निरर्थक नहीं होता इस दुखद घटना के पीछे भी बहुत बड़ा अर्थ छुपा हुआ है इस संसार में बहुत से इंसान अपने आपको  सर्वश्रेष्ठ समझ बैठे थे , ठीक वैसे ही जैसा  कि- 
गलतफहमियों के सिलसिले आज इतने दिलचस्प हैं…
कि हर ईंट सोचती है, दीवार मुझ पर टिकी है!!


वास्तव में दीवार स्वयं में कुछ भी नहीं वह तो ईटों के सहयोग से बनी हुई है।
ठीक वैसे ही इंसान स्वयं में पूर्ण नहीं उसे प्रकृति की आवश्यकता होती है ,जैसे प्रकृति को इंसान की। 
 दोनों ही एक दूसरे के पूरक है। 
हर वह इंसान जो अपने आप को सर्वश्रेष्ठ समझा करते थे आज  अपने आपको इस महामारी के सामने असहाय महसूस कर रहे    हैं। 

हर एक बुराई के साथ-साथ अच्छाई भी चलती है। 

जहां एक ओर दानव रूपी  महामारी (कोरोनावायरस ) सभी को हानि पहुंचा रही है, वहीं इसके चलते बहुत से लोगों में बदलाव आया और उन्हें उनकी वास्तविकता का पता चला। 
                                                                जो इंसान पहले पैसा कमाने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहता था अब वही इंसान अपने और अपनों के जीवन के लिए पैसा कमाना बंद कर दिया और अपने अपने घरों में सहमा बैठा है।  जहां एक ओर  कभी धर्म के नाम पर दंगे हुआ करते थे (जैसा कि हाल में ही दिल्ली में हुआ ) वहीं आज धर्म जाति समुदाय का भेदभाव भूलकर सभी अपने अपने जीवन की रक्षा हेतु तत्पर हैं।
                                                इंसान धर्म के नाम पर दंगे करता है ,जबकि यह धर्म कुछ भी नहीं। 

हम सब ब्रह्मांड  में उपस्थित एक ही ऊर्जा की वजह से संचालित है। "



"इस संसार में प्रकृति ने हर एक इंसान को बहुत सारी प्रतिभाएं उपहार स्वरूप दी है l जब कोई इंसान इन प्रतिभाओं एवं आंतरिक ऊर्जा का उपयोग कर किसी हुनर को सीख जाता है एवं उसका उपयोग स्वयं के विकास हेतु करता है ,तो  वास्तव में वह  श्रेष्ठ बनता है , इसके साथ ही यदि वह इन्हीं  हुनर एवं प्रतिभाओं का उपयोग कर दूसरे इंसानों के विकास एवं सहयोग हेतु तत्पर रहें ,तो उसके साथ ब्रह्मांड में उपस्थित   बाह्य ऊर्जा भी जुड़ जाती है और वह श्रेष्ठ से सर्वश्रेष्ठ बन जाता है।  "
"कहने का तात्पर्य यह है कि कोरोना जैसी महामारी एक समय उपरांत समाप्त हो जाएगी लेकिन हमें इससे मिले अनुभव से सीख ले कर जीवन में आगे बढ़ना होगा और धर्म जाति समुदाय आदि के भेदभाव भूल कर खुद के एवं सभी के विकास हेतु सदैव तत्पर रहना होगा।
धर्म जाति के नाम  से भेदभाव ना किए जाएं, क्योंकि निश्चित ही रूप से हम सभी एक ही ऊर्जा से संचालित है लोग अपने विश्वास के अनुसार उस ऊर्जा को अपने भगवान के रूप में मानते है। "

"ऊर्जा एक ही है रूप अनेक है। "


उस अदृश्य ऊर्जा मे विश्वास करें, जो दुनिया में एक है, लेकिन विभिन्न रूपों में। (Believe in that invisible energy, which is one in the world but in different form.)


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Shubham chourasia







शनिवार, 28 जनवरी 2017

A Little Life ( छोटी सी ज़िंदगी )

                             छोटी सी ज़िंदगी 


छोटी सी है ज़िंदगी ,छोटी सी बात मे खुश रहो l

दूसरो के साथ मे क्यू, अपने आप मे खुश रहो l

सब है तुम्हारे पास उस बात मे खुश रहो l

जो नही है तुम्हारे पास,उसे पाने की आश मे खुश रहोl

बीते कल मे क्या हुआ ,आने वाले कल मे क्या होगा,इस बात की क्या फिकर l
जो आज हो रहा है उस बात मे खुश रहो l

वक्त के साथ गुजर रही इस ज़िंदगी मे क्या ग़म रखना,गुजरते हुए हर एक पल,हर एक लम्हे मे खुश रहो l

छोटी सी है ज़िंदगी ,छोटी बात मे खुश रहो ll
                                                                      BY SHUBHAM CHOURASIA

                 jivankibate.blogspot.in
                                                                  

गुरुवार, 28 जुलाई 2016

राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम

देश के 11वें राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का 27 जुलाई 2015 में शिलॉन्ग में निधन हुआ था. कलाम हमेशा से युवाओं और बच्चों का हौंसला बढ़ाते रहे. बेशक वो अब हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके ये 10 कथन हमेशा उनकी याद दिलाते रहेंगे.


कलाम के 10 प्रसिद्ध कथन
1. सपने सच हों इसके लिए सपने देखना जरूरी है.

2. छात्रों को प्रश्न जरूर पूछना चाहिए. यह छात्र का सर्वोत्तम गुण है.

3. युवाओं के लिए कलाम का विशेष संदेशः अलग ढंग से सोचने का साहस करो, आविष्कार का साहस करो, अज्ञात पथ पर चलने का साहस करो, असंभव को खोजने का साहस करो और समस्याओं को जीतो और सफल बनो. ये वो महान गुण हैं जिनकी दिशा में तुम अवश्य काम करो.

4. अगर एक देश को भ्रष्टाचार मुक्त होना है तो मैं यह महसूस करता हूं कि हमारे समाज में तीन ऐसे लोग हैं जो ऐसा कर सकते हैं. ये हैं पिता, माता और शिक्षक.

5. मनुष्य को मुश्किलों का सामना करना जरूरी है क्योंकि सफलता के लिए यह जरूरी है.

6. महान सपने देखने वालों के सपने हमेशा श्रेष्ठ होते हैं.

7. जब हम बाधाओं का सामना करते हैं तो हम पाते हैं कि हमारे भीतर साहस और लचीलापन मौजूद है जिसकी हमें स्वयं जानकारी नहीं थी.
यह तभी सामने आता है जब हम असफल होते हैं. जरूरत हैं कि हम इन्हें तलाशें और जीवन में सफल बनें.

8. भगवान उसी की मदद करता है जो कड़ी मेहनत करते हैं. यह सिद्धान्त स्पष्ट होना
चाहिए.

9. हमें हार नहीं माननी चाहिए और समस्याओं को हम पर हावी नहीं होने देना चाहिए.

10. चलो हम अपना आज कुर्बान करते हैं जिससे हमारे बच्चों को बेहतर कल मिले.
                                        
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शुक्रवार, 22 अप्रैल 2016

गौतम बुद्ध के अनमोल विचार

हमारे देश में कई ऐसे महापुरूष हुए हैं, जिनके जीवन और विचार से कोई भी व्यक्ति बहुत कुछ सीख सकता है. उनके विचार ऐसे हैं कि निराश व्यक्ति भी अगर उसे पढ़े तो उसेvजीवन जीने का एक नया मकसद मिल सकता है. जानिए गौतम बुद्ध के ऐसे ही अनमोल विचार जो आपके जीवन की दिशा को बदल सकते हैं:

1. एक जंगली जानवर की अपेक्षा कपटी और दुष्ट मित्र से ज्यादा डरना चाहिए. जानवर बस आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है लेकिन
एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को नुकसान पहुंचाएगा.

2. चाहे आप जितने ही पवित्र शब्द पढ़ लें या बोल
लें, ये शब्द आपका भला तब तक नहीं करेंगे जब
तक आप इनको उपयोग में नहीं लाते हैं.

3. मैं कभी नहीं देखता हूं कि क्या किया जा चुका है. मैं हमेशा देखता हूं कि क्या किया जाना बाकी है.

4. हम जो सोचते हैं, वह बन जाते हैं.

5. तुम अपने क्रोध के लिए दंड नहीं पाओगे, तुम
अपने क्रोध द्वारा दंड पाओगे.

6. अतीत पर ध्यान मत दो, भविष्य के बारे में मत
सोचो. अपने मन को वर्तमान पर केंद्रित करो.

7. सभी बुरे कार्य मन के कारण उत्पन्न होते हैं.
अगर मन परिवर्तित हो जाए तो अनैतिक कार्य का ख्याल भी नहीं आएगा.

8. हजारों मोमबत्तियों को एक मोमबत्ती से जलाया जा सकता है. इससे किसी भी मोमबत्ती के जीवन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. उसी तरह खुशियां बांटने से जीवन कभी नहीं घटता है.

9. सत्य के मार्ग पर चलते हुए कोई दो गलतियां कर सकता है,एक पूरा रास्ता न तय कर पाना और दूसरी - उसकी शुरुआत ही नहीं
करना.

10. अपनी मुक्ति के लिए काम करो. दूसरों पर निर्भर मत रहो
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सोमवार, 22 फ़रवरी 2016

success tipes by shri krishana

श्रीकृष्ण की सिखाई गई बातें युवाओं के
लिए इस युग में भी उतनी ही
महत्वपूर्ण हैं, जितनी अर्जुन के लिए
रहीं. तो जानिए कि उनके दिए व्यवहारिक ज्ञान का सार कैसे आज के प्रतियोगी युग में भी सफलता की गारंटी देता है.


1. कृष्ण हर मोर्चे पर क्रांतिकारी विचारों के
धनी रहे हैं. उनका सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि
वह किसी बंधी-बंधाई लीक पर नहीं चले. मौके की जरूरत के हिसाब से उन्होंने अपनी भूमिका बदली और अर्जुन के सारथी तक बने.

2. भगवान कृष्ण ने पांडवों का साथ हर मुश्किल वक्त में साथ देकर यह साबित कर दिया था कि दोस्त वही अच्छे होते हैं जो कठिन से कठिन परिस्थिति में आपका साथ देते हैं. दोस्ती में शर्तों के लिए कोई जगह नहीं है, इसलिए आपको भी ऐसे ही दोस्त अपने आस-पास रखने चाहिए जो हर मुश्किल परिस्थिति में आपका
संबल बनें.

3. महाभारत के सबसे बड़े योद्धा अर्जुन ने ना केवल अपने गुरू से सीख लिया बल्कि वह अपने अनुभवों से हमेशा कुछ न कुछ सीखते रहे. यह सीख हर स्टूडेंट के लिए जरूरी है. स्टूडेंट को शिक्षक के अलावा अपनी गलतियों और असफलताओं से भी हमेशा सीखना चाहिए.

4. अगर पांडवों के पास भगवान कृष्ण की मास्टर
स्ट्रैटजी ( master strategy) ना होती तो शायद ही पांडव युद्ध में जीत पाते. इसलिए किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के लिए स्ट्रैटजी बनाना आवश्यक है.

5. Don't worry, be happy. इस फंडे को कृष्ण्ा ने गीता में सिखाया है. 'क्यों व्यर्थ चिंता करते हो? किससे व्यर्थ डरते हो?'

6. कृष्ण से जुड़ी किसी भी कहानी को पढ़ें तो आपको ये बात साफतौर पर देखने को मिलेगी कि इंसान को दूरदर्शी होना चाहिए और उसे परिस्थिति का आकलन करना आना चाहिए.

7. कृष्ण हमें यह भी सिखाते हैं कि
मुसीबत के समय या सफलता न मिलने पर हिम्मत नहीं हारनी चाहिए. इसकी
बजाय हार की वजहों को जानकर आगे बढ़ना चाहिए. समस्याओं का सामना करें. एक बार डर को पार कर लिया तो फिर जीत आपके कदमों में होगी.

8. मैनेजमेंट  ( management)  के सबसे बड़े गुरु हैं भगवान कृष्ण. उन्होंने अनुशासन में जीने , व्यर्थ चिंता न करने और भविष्य की बजाय वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करने का मंत्र दिया.

9. भगवान कृष्ण ने अपने मित्र सुदामा की
गरीबी देखी तो उसके घर पंहुचने से पहले ही उसकी झोंपड़ी की जगह महल बना दिया.इसलिए
कहते हैं कि दोस्ती कृष्ण से करनी
सीखनी चाहिए और रिश्तों में कभी ओहदे को बीच में नहीं लाना चाहिए.

10. सीधे रास्ते से सब पाना आसान नहीं
होता. खासतौर पर तब जब आपको विरोधियों का पलड़ा भारी हो. ऐसे में कूटनीति का रास्ता
अपनाएं. कृष्ण को सबसे बड़ा कूटनीतज्ञ
भी माना जाता है
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शुक्रवार, 12 फ़रवरी 2016

सफल मानव की कहानी

जेब मे थे 50 रुपये ,आज करोड़पति है.:-
         "उनके पास न तो बड़ा नाम था, न बड़ा आइडिया और न
ही बड़ी पूंजी. उनके पास
खोने के लिए कुछ भी नहीं था, लेकिन पाने
के लिए सारा आसमान पड़ा हुआ था. कुछ करने का जज्बा लिए हुए 50 रुपये के साथ ओमान की यात्रा पर निकलने वाले पीएनसी मेनन के पास आज करोड़ों की संपत्ति है."



उनकी जगह कोई और होता तो जीवन
भर अपने खराब भाग्य को कोसता रहता मगर उन्होंने सफलता की ऐसी इबारत लिखी जो एक
मिसाल बन गई है. केरल के कृषक परिवार में जन्मे मेनन के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी
नहीं थी. वे जब 10 साल के थे तभी उनके पिता की मौत हो गई थी.
मेनन ने बड़ी मुश्किल से प्राथमिक शिक्षा पाई. उनका परिवार उन्हें बीकॉम की
डिग्री नहीं दिलवा सका और संसाधनों के
अभाव में उन्हें कॉलेज छोड़ना पड़ा. बिना किसी
प्रोफेशनल एजुकेशन के उन्होंने इंटीरियर एंड डिजाइन वाले छोटे फर्मों में काम करना शुरू कर दिया. इसी दौरान उन्होंने बिजनेस की हर छोटी-
बड़ी बात सीखी. 1976 में
उनकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई, जिसका नाम
सुलेमान था. उसने उन्हें ओमान बुलाया. ओमान जाने के समय
उनके पास सिर्फ 50 रुपये थे. मेनन जब ओमान पहुंचे तो उन्हें
ऐसा लगा जैसे वह अभी तक 13वीं
सदी में जी रहे थे और अचानक से 21
वीं सदी में आ गए हों.
जिस व्यक्ति ने उन्हें वहां बुलाया था वह भी
मध्यमवर्गीय परिवार से था. मेनन ने वहां
इंटीरियर डेकोरेशन का काम शुरू किया. रुपये
की कमी के अलावा भाषा, पहचान
की कमी और प्रोफेशनल एजुकेशन
की कमी बिजनेस के रास्ते में बाधा बन
रही थी. दिन-रात की
कड़ी मेहनत के बाद 1984 में मेनन ओमान के बड़े
व्यवसायियों में गिने जाने लगे. उनकी
कंपनी 'द सर्विस ट्रेड ग्रुप ऑफ
कंपनीज' ओमान की टॉप कंपनियों में
शामिल हो गई. मेनन 2007-8 में फोर्ब्स की ओर से
जारी की गई अरबपतियों की
लिस्ट में शामिल हो चुके हैं.
ओमान के अलावा मेनन ने भारत में भी बिजनेस
की शुरुआत की. यहां उन्होंने
अपनी पत्नी के नाम पर 'शोभा डेवलपर्स'
की नाम की कंपनी
खोली. इस कंपनी का टर्नओवर 1500
करोड़ है. अपनी पत्नी के नाम पर
कंपनी खोलने के पीछे उनका मानना है कि
उनकी पत्नी उनके लिए
काफी भाग्यशाली हैं क्योंकि जब से
उनकी शादी हुई है वे सफलता के शिखर
पर पहुंचते गए हैं. भारत में यह कंपनी 12 राज्यों में
चल रही है. इस कंपनी में
करीब तीन हजार लोग काम कर रहे हैं.
मेनन इस कंपनी को भारत के अलावा खाड़ी
देशों में बढा़ने के बारे में भी सोच रहे हैं.
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गुरुवार, 11 फ़रवरी 2016

हिटलर के विचार हिन्दी मे

 हिटलर से जाने सफलता के राज. :-  जर्मनी के                                                         राजनेता हिटलर यूं तो अपनी तानाशाही के लिए ही ज्यादा याद किए जाते हैं लेकिन उनके कुछ विचार आगे बढ़ने और सफलता की ओर अग्रसर होने की सीख भी देते हैं. इनको याद रखेंगे ताे मंजिल तक पहुंचने का आपका हौसला कभी कम नहीं होगा.




  • जानें हिटलर के सशक्त विचार जो आपको जीवन में

नई राह देंगे -

1. कुशल और निरंतर प्रचार के ज़रिए लोगों को
स्वर्ग भी नर्क की तरह दिखाया जा सकता है या
एक बिलकुल मनहूस जीवन स्वर्ग की तरह पेश किया
जा सकता है.

2. संघर्ष सभी चीजों का जनक है. जानवरों की
दुनिया में इंसान मानवता के सिद्धांत से जीता या
खुद को बचाता नहीं है बल्कि वह सिर्फ क्रूर संघर्ष
के माध्यम से जिंदा रह पाता है.

3. किसी देश को जीतने के लिए सबसे पहले उसके
नागरिकों को काबू में करना चाहिए.

4. पहले वे आपको इग्नोर करेंगे, फिर वे आप पर हंसेंगे,
फिर वे आप से लड़ेंगे और तब आप जीतोगे.

5. कोई भी निर्णय लेने से पहले हजार बार सोचो.
लेकिन एक बार निर्णय लेने के बाद कभी उसे मत
पलटो. चाहे इसके लिए आपको हजारों तकलीफें
उठानी पड़े.

7. व्यापक जनसंख्या किसी और ताकत से अधिक
भाषण की अपील के प्रति संवेदनशील होती है.

8. महान असत्यवादी महान जादूगर भी होते हैं .
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बुधवार, 3 फ़रवरी 2016

सफल जिंदगी का रहस्य :- वर्तमान में जियो

 "अतीत याद करने के लिए अच्छा है लेकिन जीने के लिए नहीं " ( live in the present )
           
            " अतीत याद करने के लिए अच्छा है,                            लेकिन जीने के लिए नहीं |
             भविष्य काल्पनिक है, वास्तविक नहीं |

        दोस्तों मैंने इन पंक्तियों (line) में क्या कहा आइए अब  इसे थोड़ा विस्तार से समझते हैं:- हम सभी पर बिल्कुल एक ही प्राकृतिक नियम (natural rules) लागू होते हैं|आँख से हम देखते हैं, कानों से हम सुनते हैं ,भूख लगने पर भोजन करते हैं, दुख में दुखी और सुख में खुशी और भी बहुत सारी बातें हैं इसमें से  हर एक बात,  हर किसी पर लागू होती है  फिर चाहे वह किसी भी देश दुनिया का व्यक्ति ही क्यों ना हो ? ठीक वैसे ही हमारे मस्तिष्क (mind ) में अनेकों विचार (thoughts) हर पल ,हर समय आते-जाते रहते हैं| आप विश्वास करें अथवा ना करें लेकिन हम अपना ज्यादा से ज्यादा समय कुछ करने की जगह, सोचने  मे व्यर्थ कर देते है|

                                                                         
  इसे समझने के लिए आप तीन परिस्थितियों (conditions) को समझे फिर आपको यह बातें खुद ही समझ आ जाएगी

 1. बीते हुएे कल अर्थात अतीत के बारे में सोचना  (think about past):-
यह स्थिति अधिकतर तभी उत्पन्न होती है, जब हम अपने वर्तमान समय ( present time) में,अपने पहले के किए हुए कर्म से उत्पन्न हुए दुख की स्थिति में होते हैं|उस समय आपके मस्तिष्क (mind) में यह विचार (thought) आते हैं कि-

  •  काश मैंने उस समय ऐसा किया होता , तो आज यह ना हुआ होता|
  •  यदि मैं उस समय पढ़ाई कर लिया होता, तो आज परीक्षा में सफल हो गया होता|                            ऐसे बहुत से विचार (thoughts)  आपके मन (mind) में आते हैं |तो सोचिए कि जब वह कार्य चल रहा होता है, तो आप उसके पहले जो बीत चुका है, उसके बारे में विचार कर रहे होते हैं|तो क्या आप हमेशा समय से पीछे ही रहना पसंद करेंगे ? या फिर समय के साथ चलना पसंद करेंगे|

2. आने वाला कल अर्थात भविष्य के बारे में सोचना ( think about future):-
 यह स्थिति भी ठीक पहले वाली स्थिति के जैसी ही है| इस स्थिति के उत्पन्न होने के बहुत से कारण है| क्योंकि यह स्थिति कल्पना मात्र है, इसमे कुछ भी वास्तविक नहीं रहता| इसमें सोचने की कोई limit नहीं है| इसी वजह से यह स्थिति अच्छी भी है और बुरी भी|इस स्थिति के लिए मैं यह तो नहीं कहूंगा कि इसमें आपका समय व्यर्थ होता है, क्योंकि हमारे मस्तिष्क (mind) का कार्य सोचने का और कुछ नया करने का होता है|
 इस स्थिति के उत्पन्न होने के बहुत से कारण है-

  • आप पहले असफल हुए, तो आप भविष्य में सफल होने के बारे में विचार करेंगे, यह अच्छी बात है|
  • यदि आप अपनी रुचि( interest) के अनुसार अपनी (field)  नहीं चुनते हैं तो आप हमेशा उसी field  के बारे में विचार करेंगे जिस पर आपकी रुचि (interest) होगी , भले ही उस वर्तमान समय (present time) में किसी और field में हो|यह गलत है, क्योंकि हमें अपनी रुचि (interest) के अनुसार ही कार्य करना चाहिए|

3. वर्तमान के बारे में सोचना (think about present):-
                     यह स्थिति पहली दोनों  स्थितियों से भिन्न है, लेकिन यह दोनों से संबंध रखती है |आइए अब इसे समझते हैं क्योंकि यह स्थिति (conditions) बहुत महत्वपूर्ण (important) है|और यही आपको जीवन में आगे बढ़ाने वाली है|

  वर्तमान क्या है :-    जो समय चल रहा है वह                                वर्तमान (present) है, यह पूर्णता सत्य (true) और वास्तविक (real) भी है|लेकिन इस में एक रहस्य (secret) है, दरसल वर्तमान की स्थिति (present condition) उस स्थिति से उत्पन्न होती है जो समय बीत चुका है अर्थात अतीत (past) से |और भविष्य (future) की स्थिति निर्भर करती है ,वर्तमान (present) पर| यदि  इसे अच्छे से समझा जाए तो वर्तमान और कुछ भी नहीं बल्कि अतीत (past) और भविष्य (future) का मिश्रण है |और यह वर्तमान की स्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपके भविष्य को तय करती है|

अब मैं आपको एक example देता हूं जो आपको सारी बातों को समझने में मदद करेगा |
Example:-   हम सभी अपने जीवन में कभी ना कभी students रहे ही होंगे या ऐसा भी हो कि आज भी हो| तो मैं बात करता हूं कि बहुत समय ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है कि आप असफल (fail) हो जाते हैं तब आप सोचते हैं कि-

  •  काश मैंने पढ़ाई की होती यह पहली स्थिति
  •  इस बार मुझे पास होना है यह है दूसरे स्थिति
  •  तीसरे स्थिति में सोचने की जगह करने की जरूरत होती है यदि आज पढ़ाई  करेंगे तो सफल अवश्य होंगे |
अब आप ही विचार करें कि कौन से स्थिति महत्वपूर्ण है |
               आप अपनी बात comments के माध्यम से मुझे तक पहुंचा सकते हैं |

                "कल की planing के साथ आज मे जीना, यही सफलता का असल मंत्र है"

                          - By shubham chourasia


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